जमशेदपुर। मातृ भाषा हिन्दी को बढ़वा देने के लिए जमशेदपुर के चक्रधरपुर मंडल में एक नई पहल शुरू की है। इसके तहत रेलवे कर्मचारियों को काम से विभागीय से छुट्टी लेने के लिए हिन्दी में ही आवेदन करना होगा। अंग्रेजी में दिए गए आवेदनों के स्वीकार नहीं किया जाएगा। बता दें कि सीनियर डीसीएम भास्कर के प्रयास के कारण रेल मंडल के वाणिज्य विभाग में ये नई पहल पुरी तरह शुरू हो गई है। वहीं हिन्दी को बढ़वा देने के लिए लोक एंव क्रर्मिक समेत अन्य विभागों में भी हिन्दी में काम करने पर जोर दिया जा रहा है।
रेलवे देता है पुरस्कार
हिन्दी में काम करने वाले कर्मचारियों को रेलवे पुरस्कार दे कर सम्मानित करता है। टाटानगर में बुकिंग क्लर्क से लेकर कई अधिकारियों को हिन्दी के कारण पुरस्कार मिला है। यहा तक की टिकट निरीक्षक कक्ष में ड्यूटी रोस्टर तक हिन्दी में बनया जा है।
हिन्दी का कर रहें प्रचार-प्रसार
हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए रेलवे राज्यभाषा विभाग व अधिकारियों को नियुक्त किया गया हैं जो अलग – अलग स्टेशनों पर घूम-घूम कर इसका प्रचार और संगोष्ठी करते हैं। इसके साथ ही टाटानगर स्टेशन पर एक पुस्तकालय खोला गया है जहां इससे संबधिंत कार्यक्रम किए जाते हैं।
प्राप्त नहीं ऑनलाइन सुविधा
छुट्टी के लिए रेलवे में ऑनलाइन व्यवस्था न तो अब तक शुरू हुई है और न ही रेलवे बोर्ड से अब तक कोई आदेश मिला है। चक्रधरपुर मंडल मेंस कांग्रेस के संयोजक शशि मिश्रा ने बताया कि छुट्टी हमेशा विभाग या सेक्शन के सुपरवाइजर देते हैं। कंप्यूटराइज्ड न होने के कारण ऑनलाइन सुविधा नहीं है। हिन्दी में रेलकर्मी आवेदन देने लगे हैं, क्योंकि अंग्रेजी से ज्यादा सरल हैं।